पहले 4 लाख में किया सौदा पक्का फिर गया से चोरी किया बच्चा
कोलकाता। एक साल पहले 2023 के अगस्त माह में कोलकाता पुलिस ने कथित तौर पर शहर में एक अवैध बच्चा बेचने वाले रैकेट का भंडाफोड़ किया था। जिसमें लगभग 100 सरोगेट मां और सैकड़ों एजेंटों का नेटवर्क शामिल थी। इस घटना के एक साल के बाद बंगाल सीआईडी की टीएम ने हावड़ा के शालीमार में बाल तस्करी के एक बड़े रैकेट का भंडाफोड़ किया है। सीआईडी की टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर रविवार सुबह बाल तस्करी के आरोप में हावड़ा शालीमार स्टेशन से दो लोगों को गिरफ्तार किया।
सीआइडी सूत्रों के अनुसार वे गया से दो दिन की बच्ची को चुराकर उसे तस्करी के जरिये दूसरे राज्य में भी ले जाने की फिराक में थे। सीआईडी ने फिल्मी तरीके से दोनो को दबोचा है। जांचकर्ताओं ने दोनों को शालीमार स्टेशन पर रंगे हाथों पकड़ लिया। सीआईडी की टीम ने गिरफ्तार दोनों आरोपियों को रविवार को कोर्ट में पेश कर पूछताछ के लिये हिरासत में ले लिया हैं और दोनों शिशुओं को इलाज के लिये अस्पताल में भर्ती कर दिया है।
सीआईडी सूत्रों के मुताबिक, उनके दो अधिकारियों ने नि:संतान दंपत्ति बनकर आरोपियों से संपर्क किया तो दोनों ने 4 लाख रुपये के एवज में दुहमुंहे बच्चे को देने का वादा किया। किये गये वादे अनुसार ही रविवार सुबह माणिक और मुकुल दुरंत एक्सप्रेस से शालीमार स्टेशन पर बच्चे को लेकर पहुंचे थे। सीआईडी ??अधिकारी स्टेशन पर इंतजार कर रहे थे और जैसे ही बच्चे के साथ दोनों के सीआईडी की टीम ने देखा तो सीआईडी की टीम ने दोनों को दबोच लिया और बच्चे को बाल कल्याण समिति के माध्यम से हावड़ा अस्पताल भेजा गया।
सीआइडी सूत्रों के मुताबिक गिरफ्तार माणिक की उम्र 38 साल है जबकि मुकुल 32 साल के हैं। वे कोलकाता के ठाकुरपुकुर के रहने वाले हैं। उसने कथित तौर पर गया से बच्ची को चुराया था। सीआईडी सूत्रों के मुताबिक, एक एनजीओ से जुड़े ये तस्कर इन बच्चों की तस्करी के लिए माता-पिता की भूमिका में थे। सीआईडी की एक विशेष टीम ने बच्चे का खरीदार बन कर ऑपरेशन चलाया। पूरी योजना में चार लाख रुपये का लेनदेन हुआ था, जिसमें तस्करों ने बच्चे को बेचने की योजना बनाई थी। दंपति से पूछताछ के बाद कई जानकारियां सामने आईं, जिसके आधार पर सीआईडी ने एक बड़े तस्करी गिरोह की जांच शुरू कर दी है। इस गिरोह के पीछे कोई बड़ा गिरोह सक्रिय था या नहीं इसकी जांच की जा रही है। सूत्रों के मुताबिक, बच्चा फिलहाल सुरक्षित है और उसे सुरक्षित स्थान पर रखा गया है। आरोपियों पर पहले भी बाल तस्करी का आरोप लग चुका है। जांचकर्ता यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि उनके साथ इस नेटवर्क में और कौन शामिल है।